कविता

शब्द

शब्द सम्मान है शब्द सत्कार है
शब्द आदर है शब्द कटु वार भी है
शब्द देते दुख है हरते दर्द भी है
शब्द मर्यादा है शब्द गरिमा भी है

शब्द अपना अस्तित्व है शब्द तलवार भी है
शब्द किसी की दुआ है शब्द आह भी है
शब्द से बनते रिश्तें है शब्द से रिश्तें बिगड़ते है
शब्द देते सुकून है करते कभी छलनी भी है

शब्द वाणी की मिठास है शब्द की महिमा भी है
शब्द किसी की खुशी है शब्द के दुख का कारण भी है
शब्द से दिल दुखी होता है शब्द मरहम भी है
शब्द मर्यादित होता है शब्द आदर भी देता है.

— पूनम गुप्ता

पूनम गुप्ता

मेरी तीन कविताये बुक में प्रकाशित हो चुकी है भोपाल मध्यप्रदेश

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