हाइकु/सेदोका

हाइकु

भुला न सका
मैं तुमको यादों से
तुम जां मेरी

आई बहार
तुम्हारे आने पर
आंखें चमकीं

दिल में छुपी
तुम्हारी तसवीर
प्यारी-सुंदर

तन्हा रहूं मैं
कैसे बताओ तुम
तुम्हारे बिना

एक चाहत
एक रिश्ता तुमसे
है मेरी जान

एक योजना
सभ्य योजना करे
युग निर्माण

इस तरह
किस-किस तरह
जीते जा रहे

प्रेरणा स्रोत
हमारे सेनानी हैं
भगत सिंह

देशभक्ति की
महान विशाल हैं
भगत सिंह

प्राण गंवाए
हंस-हंसकरके
भगतजी ने ।

— मुकेश कुमार ऋषि वर्मा

मुकेश कुमार ऋषि वर्मा

नाम - मुकेश कुमार ऋषि वर्मा एम.ए., आई.डी.जी. बाॅम्बे सहित अन्य 5 प्रमाणपत्रीय कोर्स पत्रकारिता- आर्यावर्त केसरी, एकलव्य मानव संदेश सदस्य- मीडिया फोरम आॅफ इंडिया सहित 4 अन्य सामाजिक संगठनों में सदस्य अभिनय- कई क्षेत्रीय फिल्मों व अलबमों में प्रकाशन- दो लघु काव्य पुस्तिकायें व देशभर में हजारों रचनायें प्रकाशित मुख्य आजीविका- कृषि, मजदूरी, कम्यूनिकेशन शाॅप पता- गाँव रिहावली, फतेहाबाद, आगरा-283111