सख्ती और प्रेम
मां-बाप है तो,
हुनर है।
जिंदगी में खोई हुई खुशियां को लाने का,
सबसे खूबसूरत उपहार है,
हम कह सकते हैं,
यही सबसे बड़ी चुनौती का सही-सही उत्तर है।
आगे बढ़ने की राह है,
ज्ञान दर्पण में उम्मीद बनाएं रखने की,
सर्वथा उपयुक्त आन-बान और शान है।
घर आंगन की ताकत है,
बेटे-बेटियों के लिए,
सबसे बड़ी इबादत है।
शिखर पर यही पहुंचने का,
सबसे खूबसूरत संकल्प है।
हमेशा कह सकते प्रकल्प है।
उन्नति और प्रगति पर,
बहुत आगे पहुंचाने की ताकत है।
हमेशा साथ-साथ चलने वाले लोगों की,
सबसे बड़ी इबादत है।
सख्ती और प्रेम का संसार है,
हम कह सकते हैं,
दिलों में जगह बनाई गई एक पवित्र आभार है।
नवचेतना है और इस प्रयास में लगे हुए लोगों की,
संजीवनी है।
इस इल्म को हासिल करने में,
बहुत वक्त लगता है,
सब नहीं है जो,
बन सकते ऋषि मुनि हैं।
— डॉ. अशोक, पटना