लघुकथा

नई सोच 

पर्यावरण मित्र सुमित के बेटे आरोह का पांचवा जन्मदिन था। अब तक कभी स्टील बॉटल, स्टील टिफिन, पेंसिल बॉक्स, किताबें रिटर्न गिफ्ट दे चुकी थी रवीना। साथ ही प्रदूषण मुक्त पर्यावरण, स्वच्छता अभियान संदेश नव पीढ़ी को देना चाहती थी वह। सोच रही थी कि गमले बेचने वाले भैया की आवाज सुन अचानक नया विचार मन में कौंधा।

गमले वाले को बुलाकर छोटे छोटे 20  गमले खरीद लिए उसने।

जन्मोत्सव के दिन आमंत्रित सब बच्चे समय पर आये। शुभकामनायें देते हुए सबको घर में बनाये शरबत दिये गए। सबको रंग, ब्रश और गमला दिया गया।

खूब मन लगाकर बच्चों ने गमले सजाये।

तुलसी के तैयार पौधे उसमें रखे गये। गमले लेकर खुशी-खुशी बच्चे अपने घर गये।

पर्यावरण के प्रति चेतना जगाने की अनोखी पहल के लिए  सबने रवीना की भूरि भूरि प्रशंसा की और सुंदर रीटर्न गिफ्ट के लिए  धन्यवाद  दिया।

*चंचल जैन

मुलुंड,मुंबई ४०००७८

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