संस्कार
नवीन चेतना को जागृत करने में,
संस्कार की जरूरत है।
इसकी वजह से ही हिम्मत जुटाई जाती है,
इसमें सुकून देने वाली ताकत है।
घर-परिवार में ही यह संस्कार दी जाती है,
उम्मीद बनाएं रखने में,
सबसे पहले इस ताकत की,
खुशबू को लेकर आगे बढ़ने की,
हमेशा कोशिश की जाती है।
शिक्षा और अन्य तमाम हसरतें पूरी करने में,
घर आंगन से दूर भी,
तरह-तरह के रास्ते हैं।
नवीन जोश और उत्साह से,
इसकी सोहबत बनाए रखने में,
बड़ी ताकत लगाए जाते हैं।
संस्कार संस्कृति कोश में संकलित गुणों को,
अंगीकार करना सिखाती है।
शिक्षा और स्वास्थ्य तो दुनिया की जरूरतें हैं,
इसके अलावा तमाम हसरतें पूरी करने में,
इसकी सोहबत रखी जाती है।
यही हकीकत है,
सबसे खूबसूरत नजराना है।
हमेशा आगे बढ़ने में,
इसकी वजह से ही,
शिखर पर पहुंचने की उम्मीद जगती है,
इस कारण से,
इसकी अहमियत को,
दुनिया ने भी पहचाना है।
— डॉ. अशोक, पटना