कविता

करें हिन्दी से प्यार

हम भारत के वासी हैं,भारत अपना देश i
सदा हमें इस पर गर्व,जीवन मिला विशेष ii
इसकी अपनी संस्कृति,सरल मधुर व्यवहार i
भाषा बोली प्यारी है,सब को इस से प्यार ii
राष्ट्र भाषा हिंदी यहाँ,लिपि है नगरी रूप i
जननी इस की संस्कृत,मीठी मधुर अनूप ii
छोड़ मोह अंग्रेजी का,करें हिंदी से प्यार i
देश सेवा ही लक्ष्य है, जीवन का आधार ii
विश्व हिंदी दिवस पर हार्दिक शुभकामनायें

— डॉ. केवलकृष्ण पाठक

डॉ. केवल कृष्ण पाठक

जन्म तिथि 12 जुलाई 1935 मातृभाषा - पंजाबी सम्पादक रवीन्द्र ज्योति मासिक 343/19, आनन्द निवास, गीता कालोनी, जीन्द (हरियाणा) 126102 मो. 09416389481

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