उत्सव
जिंदगी की खुशियां,
उत्सव से सजतीं संवरती है।
उत्सव की परिकल्पना से ही,
नवीन चेतना जागृत कर,
सफ़र में आगे बढती है।
यह विशेष अवसर है,
नवीन प्रयास और प्रयोग से,
हमेशा हमें सावधान रहने के लिए,
संकेत देती है,
हम कह सकते हैं एक उम्मीद बनाएं रखने की ताकत है,
हमेशा रहती अग्रसर है।
सांस्कृतिक सद्भावना से,
यही आगे बढ़ाती है।
नवीन चेतना को जागृत कर,
उम्मीद बनाएं रखने वाले लोगों की,
हिम्मत बढ़ाती है।
यह एक सुखद मनोरंजन से भरपूर,
नया इतिहास रचने की ताकत है।
इससे शीतलता मिलता है,
सबमें अनूठा विश्वास पैदा कर,
लोगों को करती जागृत है।
यही सच्चरित्रता और नैतिकता का संकल्प है,
हम अपनी हिफाजत ख़ुद को ख़ुद से करने में,
मान सकते हैं व सबसे पहले,
मान सकते हैं दुनिया का सबसे खूबसूरत व एक,
बेहतरीन उपलब्धि का शानदार प्रकल्प है।
यही आत्मविश्वास और आत्मसम्मान को,
असली रूप में काफी बढ़ाती है।
नया इतिहास रचने वाले शखिसियत को,
सही मुकाम पर पहुंचाने में,
सबसे पहले खड़ा होकर,
नव चेतना को जागृत करने में,
मददगार साबित होने की,
होड़ में शामिल हो जाती है।
यह आपसी बन्धन में बंधने का,
सबसे खूबसूरत उपहार है।
इसकी वजह से ही हिम्मत जुटाई जाती है,
यही हकीकत है,
जिंदगी का सबसे सुखद आभार है।
— डॉ. अशोक, पटना