कविता

जहां में कुछ भी असम्भव नही

अगर कुछ करना है तो,मन मे जज्बा होना चाहिए
अगर कुछ कर गुजरना है,तो हिम्मत होनी चाहिए।
जहां में कुछ भी असम्भव नही,बस हौसला चाहिए
जहां में कुछ भी नामुमकिन नही, हौसला चाहिए।

कभी तुम पीछे मुड़ना मत, बस चलते ही रहना है
तेरी मंजिल राह निहारे हैं, बस आगे बढ़ते रहना है
डगर लम्बी है, कठिन है, पर कभी नही थकना है
कदम पे जख्म भी आएंगे, तुझे कांटो पे चलना है।

तुझको दर्द भी खूब होगा, बस सहते ही रहना है
कठीन संघर्षो में भी तुम्हे, सदा हंसते ही रहना है
सोना आग में जलता है, तभी तो वह निखरता है
भले ही राह कठिन है,पर तेरी मंजिल पास होता है।

— अशोक पटेल “आशु”

*अशोक पटेल 'आशु'

व्याख्याता-हिंदी मेघा धमतरी (छ ग) M-9827874578

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