भजन/भावगीत

शारदा मां

वीणा वादिनी मां, जीवन में ख़ुशी अपार दे,
करती हूं वंदना तेरी मां, मुझे भव से तार दे,
ज्ञान प्रकाश भर मुझमें अज्ञानता को मिटा दे,
उपासक तेरा हूं देवी मां, ममता मुझपे वार दे ।

स्वरों की देवी शारदा मां, शब्दों में झंकार दे ,
राग द्वेष दोष हर मां, शुद्ध सात्विक विचार दे,
भयग्रस्त हूं साहस भर मुझमें रूकावटें हटा दें,
सही दिशा मुझे दिखा मां, भाग्य मेरा संवार दे ।

करुं अर्चना अंबिके मां, हिय में प्रेम गुंजार दे,
बुद्धि, विवेक जगा मां, “आनंद” की बौछार दे,
आत्मविश्वास भर मुझमें मुश्किलों को घटा दें,
विजयश्री पा जाऊं मां, सुखी जीवन संसार दे ।

हे हंस वाहिनी मां, सत्य की अनुपम धार दे,
क्षमाशील रहूं मैं हे मां, मधु वाणी उपहार दे,
हित करूं दया भर मुझमें, अवगुण मिटा दे,
दुष्टों को दंडित कर मां, साहस अपरम्पार दे ।

— मोनिका डागा “आनंद”

मोनिका डागा 'आनंद'

चेन्नई, तमिलनाडु

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