कविता

कविता

माँगना मरना है लेकिन
फिर भी हिम्मत के बिना.माँगा नहीं जाता किसी से
जागना मुश्किल है लेकिन
फिर भी चिन्ता के बिना जागा नहीं जाता किसी से
सोना भी मुश्किल है लेकिन
फिर भी बिन प्रसन्ता के सोया नहीं जाता किसी से
जीना तो है सब को लेकिन
फिर भी आत्मोपलब्धि के जिया नहीं जाता किसी से
मौत तो आती है लेकिन
फिर भी हो प्रसन्न चित्त तो मरा नहीं जाता किसी से

— डा. केवल कृष्ण पाठक

डॉ. केवल कृष्ण पाठक

जन्म तिथि 12 जुलाई 1935 मातृभाषा - पंजाबी सम्पादक रवीन्द्र ज्योति मासिक 343/19, आनन्द निवास, गीता कालोनी, जीन्द (हरियाणा) 126102 मो. 09416389481

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