होली का त्यौहार
नफ़रत की दीवार को गिराने का,
रूठों को फिर से गले लगाने का,
“आनंद” अमृत को यूं बढ़ाने का,
प्रेमरस से सरोबार हो जाने का,
रंग रंगीला है होली का त्यौहार ।
अबीर, गुलाल जमकर उड़ाने का,
रंग पिचकारी भर-भर चलाने का,
हंसी-ठिठोली खूब बिखराने का,
थोड़ी-थोडी़ हुड़दंग मचाने का,
रंग रंगीला है होली का त्यौहार ।
वासंती रंगत सुंदर छिटकाने का,
परम्पराओं को दिल से निभाने का,
चिंताओं को एकदम भुलजाने का,
प्यार दिलों में भरपूर जगाने का,
रंग रंगीला है होली का त्यौहार ।
डफ़, ढोल, नगाड़े मिल बजाने का,
लोकगीतों को मीठा गुनगुनाने का,
मग्न हो मस्ती में झूमने नाचने का,
होरी के रसिया को भी मनाने का,
रंग रंगीला है होली का त्यौहार ।
ठंडी ठंडाई भर-भर पिलाने का,
गुजिया, मेवा, मिष्ठान बनाने का,
कांजी बड़ा स्वादिष्ट खिलाने का,
लाज़वाब लज़ीज़ पकवानों का,
रंग रंगीला है होली का त्यौहार ।
रंग में लबरेज़ जिंदादिल दीवानों का,
खट्टी-मीठी यादों में रम जाने का,
बचपन के पलों को यूं बीताने का,
बेशकीमती प्यारी सी मुस्कानों का,
रंग रंगीला है होली का त्यौहार ।
— मोनिका डागा “आनंद”