क्षणिका क्षणिका *ब्रजेश गुप्ता 21/03/202523/03/2025 जो कहते थे मोहब्बत में जी न सकेंगे तुम बिन मर जायेंगे हम वो भी जिन्दा हैं हम भी जिन्दा हैं