कविता
भावों को आकार देती कविता सच सामने लाती ,
मन के भावों को लेखनी से लिखती,
अलंकार की शोभा बढ़ाती नए आयाम रचती,
इतिहास की गौरव गाथा को दर्शाती,
मन की बातों को कविता रूप में प्रस्तुति करती,
निराश जो होता उसके लिए प्रेरणा बनती,
जीवन के सुख दुख की कविता साथी बनती,
कठिन समय में देती साथ कष्ट हरती,
भावों से कविता नए नए रूप रचती,
समाज,देश के प्रति अपना दृष्टिकोण रखती,
समाज,देश को नित नए संदेश देती,
दुख भरे जीवन को खुशियों से भरती.
— पूनम गुप्ता