हे मातेश्वरी !
हे मातेश्वरी ! आपने सजाई मेरी,
इतनी सुंदर सी आंगनबाड़ी,
मातारानी आपकी कृपा से,
चलती है मेरी जीवन गाडी़ ।
हे विन्ध्येश्वरी ! करती हूं मै,
पावन चरणों में नमन,
“आनंद” सुख समृद्धि से,
जगमग रहे मेरा प्यारा सदन ।
हे परमेश्वरी ! अपने बच्चों पर,
रखना सदा दया, करूणा,
करते जगजननी विनती आपसे,
आप शिवप्रिया हो मात अन्नपूर्णा ।
हे राजराजेश्वरी ! भक्तों पर आप,
लुटाती हो खुशियां अपार,
आपको पूजता बहुविधि ये,
सारा संसार भरो सबका भंडार ।
हे परमेश्वरी ! क्षमा करना मेरे,
दैहिक दैविक भौतिक दोष,
विनती करते आपसे मैया,
भरपूर हो जीवन आनंद कोष ।
हे जगदीश्वर ! आप सदा ही,
शरणागत की रक्षा करती,
सच्चे भक्तों की प्रार्थनाएं,
कर स्वीकार अनंत सुख भरती ।
— मोनिका डागा “आनंद”,