क्या कहते हो
समानता संविधान में, क्या कहते हो,
सूराख आसमान में, क्या कहते हो।
कानून की नज़र में सब बराबर हैं,
हमारे हिंदुस्तान में, क्या कहते हो।
घृणा बिकती है आज कल सरेआम,
मुहब्बत की दूकान में, क्या कहते हो।
शहीद हो गए देश के लिए कई लोग,
‘इनके’ खानदान में, क्या कहते हो।
वह पीकर भाषण देता है दो-दो घंटे,
नशामुक्ति अभियान में, क्या कहते हो।
तीन-तीन तलवारें रखते हैं नेता जी,
एक ही म्यान में, क्या कहते हो।
कई बार अपमान सा महसूस होता है,
अपने ही सम्मान में, क्या कहते हो।
दिया टिमटिमाता ही रहा रात भर,
भयंकर तूफान में, क्या कहते हो।
आज भी रहता है वह खुशी-खुशी,
कच्चे दालान में, क्या कहते हो।
हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारे लगे कल,
पूरे पाकिस्तान में, क्या कहते हो
मां की दुवाएं साथ थीं उसके ,
पास हुआ हर इम्तिहान में,क्या कहते हो।
— सुरेश मिश्र