मुक्तक/दोहा

डाल सब्र के बीज

सूना जब आँगन लगे, बने न कोई बात।
सब्र रखो उस वक़्त में, वही बने सौगात॥

धन वैभव जब पास हो, ना कर तू अभिमान।
कद्र करो उस दान की, जिसने किया प्रदान॥

राह कठिन जब सामने, मन में ना हो रोष।
सब्र रखो उस वक़्त में, मिल जाए संतोष॥

बदले जब तक वक़्त ना, ना हारो विश्वास।
सब्र करो, फिर आएगा, खुशियों का मधुमास॥

अंधियारों में जो जले, सौरभ सच्चा दीप।
सब्र उसी का नाम है, भरता खाली सीप॥

फल की ना कर आस तू, कर कर्मों पर गौर।
सब्र रखे जो वक़्त में, मिलता उसको और॥

हर सुख-दुख का मेल है, जीवन एक किताब।
सब्र कद्र जो सीख ले, सच में बदले ख्वाब॥

रूठे जब हालात हों, ना हो मन उदास।
सब्र करे जो नेक दिल, पाए खूब सुवास॥

सुख आए झुक के रहे, ना कर तू अभिमान।
बिना कद्र उपहार सब, खो देते नादान॥

सूखे मन के खेत में, डाल सब्र के बीज।
फल फलते हैं धैर्य से, काम न आये खीज॥

मिले अगर कुछ वक़्त से, ना कर गर्व अपार।
कद्र करे जो काल की, सजे उसका संसार॥

धूप सहे जो शांत मन, पाते वही छांव।
सब्र रखे तो ना कभी, डगमे उसके पाँव॥

चमकेगा वह चाँद भी, जो सहे अंधियार।
सब्र करे जो रैन में, उजियारा हो यार॥

दुःख-दाह से भाग मत, धीरज धर मन मान।
सब्र सुरा सम जगत में, पी ले साजन जान॥

सौरभ विपदा घोर में, रहे विनीत विचार।
मौन रहें कर काल पर, बृह्मस्त्र ज्यों प्रहार॥

श्वास-श्वास में साधना, कर्म बना अनुराग।
सब्र-धर्म से खिल उठे, जीवन बने सुहाग॥

संकट हो या सुख मिले, रखे एक-सा भाव।
कद्र सब्र संग जो चले, डूबे ना वह नाव॥

प्रीति बिना ना सार है, ना धन, ना दरबार।
सब्र बिना जो जीव है, उसका जीवन भार॥

सदा समय सौगात की, कद्र करो हर भाव।
वरना जीवन शेष में, रह जाए पछताव॥

— डॉ. सत्यवान सौरभ

डॉ. सत्यवान सौरभ

✍ सत्यवान सौरभ, जन्म वर्ष- 1989 सम्प्रति: वेटरनरी इंस्पेक्टर, हरियाणा सरकार ईमेल: [email protected] सम्पर्क: परी वाटिका, कौशल्या भवन , बड़वा (सिवानी) भिवानी, हरियाणा – 127045 मोबाइल :9466526148,01255281381 *अंग्रेजी एवं हिंदी दोनों भाषाओँ में समान्तर लेखन....जन्म वर्ष- 1989 प्रकाशित पुस्तकें: यादें 2005 काव्य संग्रह ( मात्र 16 साल की उम्र में कक्षा 11th में पढ़ते हुए लिखा ), तितली है खामोश दोहा संग्रह प्रकाशनाधीन प्रकाशन- देश-विदेश की एक हज़ार से ज्यादा पत्र-पत्रिकाओं में लगातार प्रकाशन ! प्रसारण: आकाशवाणी हिसार, रोहतक एवं कुरुक्षेत्र से , दूरदर्शन हिसार, चंडीगढ़ एवं जनता टीवी हरियाणा से समय-समय पर संपादन: प्रयास पाक्षिक सम्मान/ अवार्ड: 1 सर्वश्रेष्ठ निबंध लेखन पुरस्कार हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी 2004 2 हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड काव्य प्रतियोगिता प्रोत्साहन पुरस्कार 2005 3 अखिल भारतीय प्रजापति सभा पुरस्कार नागौर राजस्थान 2006 4 प्रेरणा पुरस्कार हिसार हरियाणा 2006 5 साहित्य साधक इलाहाबाद उत्तर प्रदेश 2007 6 राष्ट्र भाषा रत्न कप्तानगंज उत्तरप्रदेश 2008 7 अखिल भारतीय साहित्य परिषद पुरस्कार भिवानी हरियाणा 2015 8 आईपीएस मनुमुक्त मानव पुरस्कार 2019 9 इंटरनेशनल जर्नल ऑफ़ रिसर्च एंड रिव्यु में शोध आलेख प्रकाशित, डॉ कुसुम जैन ने सौरभ के लिखे ग्राम्य संस्कृति के आलेखों को बनाया आधार 2020 10 पिछले 20 सालों से सामाजिक कार्यों और जागरूकता से जुडी कई संस्थाओं और संगठनों में अलग-अलग पदों पर सेवा रिसर्च स्कॉलर इन पोलिटिकल साइंस, दिल्ली यूनिवर्सिटी, कवि,स्वतंत्र पत्रकार एवं स्तंभकार, (मो.) 9466526148 (वार्ता) (मो.) 7015375570 (वार्ता+वाट्स एप) 333,Pari Vatika, Kaushalya Bhawan, Barwa, Hisar-Bhiwani (Haryana)-127045 Contact- 9466526148, 01255281381 facebook - https://www.facebook.com/saty.verma333 twitter- https://twitter.com/SatyawanSaurabh

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