कुण्डली/छंद द्विगुणित सुंदर छंद *चंचल जैन 08/04/202503/05/2025 हिन्दी प्रियतम भाषा, बोले भारत वासी। वाणी मीठी जानो, निज अभिमान सुहासी। जैसे देशी घी की, खुशबू मन को भाये। अपनी भाषा प्यारी, हिय खुशियां बरसाये।।