कविता
अब सेना को तय करना है कब कैसे बदला लेना है
पहलगाम में हुए दिवंगत पर्यटकों की आत्मा की शांति को
किसने आतंकियों को दिया था प्रश्रय
कैसे किसने मदद करी थी
वह भी नहीं बच नहीं पाएंगे भारत की सेनाओं से
देर नहीं होने वाली है पूरा भारत जाग गया है
संभल जाएं सारे जेहादी बदल युद्ध का राग गया है
मोदी जी के इस निर्णय से उनके साथ देश है पूरा
अब अखंड भारत का सपना रहने वाला नहीं अधूरा
— डॉक्टर इंजीनियर मनोज श्रीवास्तव