माँ
माँ की ममता न्यारी, स्नेहिल पावन माया।
सपने बुनती नेहा, दुख में शीतल छाया।
माँ खिलती फुलवारी, सौरभ नित छितराती~
माँ प्रभु परमात्मा सी, आँचल में सुख पाया।।
माँ की ममता न्यारी, स्नेहिल पावन माया।
सपने बुनती नेहा, दुख में शीतल छाया।
माँ खिलती फुलवारी, सौरभ नित छितराती~
माँ प्रभु परमात्मा सी, आँचल में सुख पाया।।