छूट गया
दिल ही तो था टूट गया ,
अपने हाथों छूट गया।
जिस नसीब पे नाज रहा ,
वही राह में रूठ गया।
गैर सभी नाकाम रहे ,
अपना हमको लूट गया।
हमने उसको बुरा कहा ,
वो फिर हमको कूट गया।
किस्मत ने धोया हमको ,
जब मै शादी रूट गया।
— महेंद्र कुमार वर्मा
दिल ही तो था टूट गया ,
अपने हाथों छूट गया।
जिस नसीब पे नाज रहा ,
वही राह में रूठ गया।
गैर सभी नाकाम रहे ,
अपना हमको लूट गया।
हमने उसको बुरा कहा ,
वो फिर हमको कूट गया।
किस्मत ने धोया हमको ,
जब मै शादी रूट गया।
— महेंद्र कुमार वर्मा