छुट्टी
बस्ते का बोजा नहीं, करो नहीं अभ्यास।
खेलो, कूदो मौज हो, नानी का विश्वास।।
मात पिता डांटे नहीं, छुट्टी का हैं राज~
खुल जाये शाला चलें, ज्ञान कला का ध्यास।।
बस्ते का बोजा नहीं, करो नहीं अभ्यास।
खेलो, कूदो मौज हो, नानी का विश्वास।।
मात पिता डांटे नहीं, छुट्टी का हैं राज~
खुल जाये शाला चलें, ज्ञान कला का ध्यास।।