कविता

आपरेशन सिंदूर

हम-आप सब जब पिछली रात सोये थे
तब देश माकड्रिल की तैयारी में था,
अगली सुबह जब हमारी आँख खुली
तब तक आपरेशन सिंदूर हो चुका था,
ना- पाक दुश्मन बड़े सदमें में था
कुछ बोल भी नहीं पा रहा था।
कल तक गीदड़ भभकी देने वाला
आज कसमसा रहा था,
पाकिस्तान के भविष्य के लिए नहीं
अपने भविष्य को लेकर चिंतित हो रहा था।
ये आज का भारत है, अच्छे से समझ गया,
मोदी को बता देना कहकर बड़ी भूल कर गया,
और अपने मोदी जी ने भी बड़े प्यार से
आपरेशन सिंदूर के साथ
अपना जवाब पाक के सीने पर चढ़कर दे दिया।
धर्म पूछकर मारा था, तो भारत का धर्म भी बता दिया
भारतीय सेना ने नया इतिहास गढ़ दिया,
अपने ही घर में बैठकर दुश्मन को हैरान कर दिया,
बेचारे पाक आतंकी और उनके आका
अपना माथा पीटकर रह गए,
आतंकी कुत्तों की मौत पर रोते-बिलखते
सिर्फ कलमा ही पढ़ते रह गए।

*सुधीर श्रीवास्तव

शिवनगर, इमिलिया गुरूदयाल, बड़गाँव, गोण्डा, उ.प्र.,271002 व्हाट्सएप मो.-8115285921

Leave a Reply