मोदी जी को मेरी सलाह
हमारे प्यारे प्रधानमंत्री मोदी जी
मेरा प्रणाम स्वीकार कीजिए,
और लगे हाथ ये भी बता दीजिए
कि आपरेशन सिंदूर से आपने
कौन-सा बड़े काम कर दिए।
बेचारे पाक-साफ आतंकवाद ही तो फैला रहे थे,
ईमानदारी से अपना काम ही तो कर रहे थे,
आतंकी थे, इसलिए आतंक ही तो फैला रहे थे
निर्दोषों को ही मारकर कौन सा गुनाह कर रहे थे?
सवाल तो आप से भी पूछा जायेगा
निर्दोष आतंकियों और उनके परिजनों को मारकर
उनके आतंकी अड्डे तबाह करने भर से क्या हो जायेगा?
जब तक मुल्ला मुनीर का गला काटकर
भारतीय बच्चों को फुटबॉल खेलने के लिए
हमारी सेना द्वारा उपलब्ध नहीं कराया जाएगा।
वैसे मैं आपको एक मुफ्त की सलाह
और पाकिस्तानी नासूर का सरल समाधान दे रहा हूँ,
आप एक बार मेरी सलाह पर विचार कीजिए,
बस! एक बार सेना को इतनी छूट दे दीजिए
पाकिस्तान के वजूद मिटने तक मौन व्रत ले लीजिए।
विश्वास कीजिए पाक की नापाक समस्या
हमेशा के लिए इतिहास हो जाएगा,
जब दुनिया के नक्शे से ना-पाक नाम गायब हो जायेगा,
तब भारत की और तिरछी नजर से देखने की हिम्मत
भला किसमें कुलबुला भी पाएगा,
क्योंकि तब सपने में भी हर किसी को
भारतीय सेना का शौर्य हर पल डरायेगा,
वैश्विक स्तर पर भारत और तिरंगे का
गौरव-गान सदा ही गाया जायेगा।