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कविता

युद्ध….
तीर कमान से
मिसाईलों तक के सफर तक बेशक
आदमी ने कई मील पत्थर
लांघ लिए है
परंतु अपने वर्चस्व की स्थापना की चाहत
आदिमानव से लेकर अब तक
आदमी के भीतर वैसी ही जिंदा है।

मानवता और दानवता का अंतर्द्वंद
और युद्ध की प्रवृत्ति
आज भी आदमी के लहू में
दौड़ती हुई आदमी के ज़हन तक
आती जाती है।

यद्यपि
युद्ध की विध्वंसक विभीषिका में
मानचित्र की रेखाएं ही नहीं
रंग तक बदल जाते हैं
इतिहास के पन्नों पर लहू के छींटे रह जाते हैं
इस सब के बावजूद भी
युद्ध होते रहे हैं होते रहेंगे।

यह युद्ध -परंपरा युगों युगों से
इसी तरह चलती आ रही है।
जिस तरफ
श्री कृष्ण खड़े हो जाते हैं
अंत में वह पक्ष विजयी हो जाता है ।

सच यह भी है कि
कौरव हमेशा हार ही जाते हैं
बेशक कितने भी शक्तिशाली क्यों न हों
क्योंकि
मानवता के विरुद्ध खड़े होने वाले
कभी नहीं जीतते
इतिहास इस बात का साक्षी है।

युद्ध के बाद राजा विजय का सुख
भोगते हैं
और प्रजा का हासिल
होता है सिर्फ युद्ध की विभीषिका के बीच
अपनों व सपनों को
खो देने की अकथनीय अकल्पनीय
अंतहीन पीड़ा।

बेशक युद्ध के बाद पीछे रह जाते हैं
युद्ध के बारूदी अवशेष
औरआम आदमी की
लहू सनी
सिसकियों और चित्कारों के बीच
लड़खड़ाती बिखरती
जिंदगी की नाज़ुक सांसें।
अशोक दर्द डलहौजी चंबा हिमाचल प्रदेश

*अशोक दर्द

जन्म –तिथि - 23- 04 – 1966 माता- श्रीमती रोशनी पिता --- श्री भगत राम पत्नी –श्रीमती आशा [गृहिणी ] संतान -- पुत्री डा. शबनम ठाकुर ,पुत्र इंजि. शुभम ठाकुर शिक्षा – शास्त्री , प्रभाकर ,जे बी टी ,एम ए [हिंदी ] बी एड भाषा ज्ञान --- हिंदी ,अंग्रेजी ,संस्कृत व्यवसाय – राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में हिंदी अध्यापक जन्म-स्थान-गावं घट्ट (टप्पर) डा. शेरपुर ,तहसील डलहौज़ी जिला चम्बा (हि.प्र ] लेखन विधाएं –कविता , कहानी , व लघुकथा प्रकाशित कृतियाँ – अंजुरी भर शब्द [कविता संग्रह ] व लगभग बीस राष्ट्रिय काव्य संग्रहों में कविता लेखन | सम्पादन --- मेरे पहाड़ में [कविता संग्रह ] विद्यालय की पत्रिका बुरांस में सम्पादन सहयोग | प्रसारण ----दूरदर्शन शिमला व आकाशवाणी शिमला व धर्मशाला से रचना प्रसारण | सम्मान----- हिमाचल प्रदेश राज्य पत्रकार महासंघ द्वारा आयोजित अखिल भारतीय कविता प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने के लिए पुरस्कृत , हिमाचल प्रदेश सिमौर कला संगम द्वारा लोक साहित्य के लिए आचार्य विशिष्ठ पुरस्कार २०१४ , सामाजिक आक्रोश द्वारा आयोजित लघुकथा प्रतियोगिता में देशभक्ति लघुकथा को द्वितीय पुरस्कार | इनके आलावा कई साहित्यिक संस्थाओं द्वारा सम्मानित | अन्य ---इरावती साहित्य एवं कला मंच बनीखेत का अध्यक्ष [मंच के द्वारा कई अन्तर्राज्यीय सम्मेलनों का आयोजन | सम्प्रति पता –अशोक ‘दर्द’ प्रवास कुटीर,गावं व डाकघर-बनीखेत तह. डलहौज़ी जि. चम्बा स्थायी पता ----गाँव घट्ट डाकघर बनीखेत जिला चंबा [हिमाचल प्रदेश ] मो .09418248262 , ई मेल --- [email protected]

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