कविता

अच्छा! तुम ही हो!

अच्छा! तुम ही हो!
लेती रहती हो ,
औरों से मेरी ख़बर।

अच्छा ! तुम ही हो!
पूछती रहती हो
गैरों से मेरा घर है किधर।

अच्छा! तुम ही हो!
रखती हो ,
जो मुझ पर नज़र।

अच्छा ! तुम ही हो !
आती हो मेरे पीछे,
जाता हूंँ मैं जिधर।

अच्छा! तुम ही हो!
करती हो मुझसे प्यार,
पर ,कहने से डरती हो।

अच्छा ! तुम ही हो
कर दो प्रेम का इज़हार,
करता हूंँ मैं इकरार

तुम्हारे सिवा कोई नहीं है,
अच्छा है ! तुम ही तुम हो!
मैं भी करता हूँ स्नेह अपार।

— चेतना सिंह

चेतना सिंह 'चितेरी'

मोबाइल नंबर _ 8005313636 पता_ A—2—130, बद्री हाउसिंग स्कीम न्यू मेंहदौरी कॉलोनी तेलियरगंज, प्रयागराज पिन कोड —211004

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