हिन्दी – नौकरी को दांव पे लगा दिया
हिन्दी का समर्थन करने पर जिसे अपमानित किया,
धन्य वह बैंक मैनेजर नौकरी को दांव पे लगा दिया।
हिन्दी हमारी राष्ट्रभाषा है जिसे हमने खूब तराशा हैं,
मैं भारतीय हूँ सिर्फ हिन्दी में ही बोलूंगी ये आशा हैं।
स्थानीय भाषा व वोट बैंक के खातिर मुक्त नहीं हुए,
सभी पार्टियों के राजनीतिज्ञ और नेता संगठित हुए।
हिन्दी का समर्थन करने पर जिसे अपमानित किया,
धन्य वह बैंक मैनेजर नौकरी को दांव पे लगा दिया।
महिला अधिकारी के खिलाफ की कार्रवाई की मांग,
हाँ, कर्नाटक के राजनीतिक दलों ने खूब रचा स्वांग।
बैंक मैनेजमेंट ने ‘दबाव’ में आत्म-समर्पण कर दिया,
हिन्दी बोलने के कारण प्रियंका का तबादला किया।
हिन्दी का समर्थन करने पर जिसे अपमानित किया,
धन्य वह बैंक मैनेजर नौकरी को दांव पे लगा दिया।
बैंक कर्मचारी को उस राज्य भाषा में बात करनी है,
भारतीय रिजर्व बैंक की कोई “गाइडलाइन” नहीं है।
जान-बूझकर “भाषाई” विवाद बढ़ाना गलत बात हैं,
हिंदी में बात करना हमारे लिए तो फ़ख़्र की बात है।
(सन्दर्भ-कन्नड़ भाषा ना बोलने पर एसबीआई बैंक मैनेजर का हुआ तबादला।)
— संजय एम तराणेकर