प्रीति ने मन लिया हैं जीत

‘प्रीति’ की प्रीत ने मन लिया हैं जीत,
34 लड़कियों को गोद लें बनी मीत।
16 साल पहले ऋषिकेश घूम आई,
अनाथ बच्चों के कष्ट नहीं देख पाई।
लिया प्रण पढ़ाई-लिखाई, खाने-पीने,
ध्यान रखती प्रीति सुख से देते जीने।
‘प्रीति’ की प्रीत ने मन लिया हैं जीत,
34 लड़कियों को गोद लें बनी मीत।
महसूस था पिता के बाद अकेलापन,
मासूम ‘बेटियों’ का दर्द और बचपन।
बच्चियों के सिर पर भी छत हो सकें,
जीवन हो सशक्त बनकर दिखा सकें।
‘प्रीति’ की प्रीत ने मन लिया हैं जीत,
34 लड़कियों को गोद लें बनी मीत।
इन सभी को अपना बच्चा मानती हैं,
साल में 2 बार इनसे मिलने आती हैं।
सोलह साल से ‘परवरिश’ कर रही हैं,
नाथ है जिंटा तकलीफ़ें काफूर रही हैं।
(संदर्भ-प्रीति जिंटा ने 34 लड़कियों को गोद लिया !)
— संजय एम तराणेकर