कविता

कदम कदम मिला के साथ

कदम कदम मिला के साथ बढ़ते जाएंगे।
मंजिल की हर सीढ़ियां हम चढ़ते जाएंगे।
हर कदम बढ़े हमारा,हिम्मत उल्लास से।
उत्साह भरा मन हो आगे बढ़ें विश्वास से।
कदम पड़े अंगद सा के रौंद दें चट्टान को।
बल भुजाओं में इतना रोक दें तूफान को।
फौलाद सी चट्टान सा, हम अड़ते जाएंगे।
कदम कदम मिला के साथ बढ़ते जाएंगे।
कर्म करें सुथरा सदा, दिल में सम्मान‌ हो।
प्रेम सद्भाव भरा अपना ,हिन्दोस्तान हो।
उद्योग विकसित हों हर हाथ को काम हो।
विज्ञान उत्थान हो, विश्व में ऊॅंचा नाम हो।
सरहद की रक्षा जी जान से करते जाएंगे।
कदम कदम मिला के साथ बढ़ते जाएंगे
हिंदु मुस्लिम सिख ईसाई का भारत देश है।
बोलियां भिन्न भिन्न हैं, अलग अलग भेष है।
आचार सदाचार भरे यहाॅं, हमारे संस्कार हैं।
धर्म यहाॅं अनेक हैं पर , एकता में परिवार हैं।
मानवता का पाठ, मिल कर पढ़ते जाएंगे।
कदम कदम मिला के साथ बढ़ते जाएंगे।

— शिव सन्याल

शिव सन्याल

नाम :- शिव सन्याल (शिव राज सन्याल) जन्म तिथि:- 2/4/1956 माता का नाम :-श्रीमती वीरो देवी पिता का नाम:- श्री राम पाल सन्याल स्थान:- राम निवास मकड़ाहन डा.मकड़ाहन तह.ज्वाली जिला कांगड़ा (हि.प्र) 176023 शिक्षा:- इंजीनियरिंग में डिप्लोमा लोक निर्माण विभाग में सेवाएं दे कर सहायक अभियन्ता के पद से रिटायर्ड। प्रस्तुति:- दो काव्य संग्रह प्रकाशित 1) मन तरंग 2)बोल राम राम रे . 3)बज़्म-ए-हिन्द सांझा काव्य संग्रह संपादक आदरणीय निर्मेश त्यागी जी प्रकाशक वर्तमान अंकुर बी-92 सेक्टर-6-नोएडा।हिन्दी और पहाड़ी में अनेक पत्रिकाओं में रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। Email:. Sanyalshivraj@gmail.com M.no. 9418063995

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