दोहे -आजादी
1.
आजादी अनमोल है, रखना इसे सहेज।
खून पसीने से मिले, पड़े लुटाना तेज॥
2.
आजादी की राह में, आते कष्ट अनेक।
मतवाले जो देश के, नहीं छोड़ते टेक॥
3.
आजादी के तेज में, चमके अपना देश।
खुशियों की आभा रहे, कोई भाषा वेश।
— लीला तिवानी
1.
आजादी अनमोल है, रखना इसे सहेज।
खून पसीने से मिले, पड़े लुटाना तेज॥
2.
आजादी की राह में, आते कष्ट अनेक।
मतवाले जो देश के, नहीं छोड़ते टेक॥
3.
आजादी के तेज में, चमके अपना देश।
खुशियों की आभा रहे, कोई भाषा वेश।
— लीला तिवानी