दोहे – धोखा
1.
धोखा कभी न दीजिए, धोखा देना पाप।
धोखे से बचना भला, धोखे से संताप।।
2.
धोखेबाजों से सदा, बचके रहिए मीत।
खो जाएगी मित्रता, नहीं रहेगी प्रीत॥
3.
धोखा देते लोग जो, वैसा हो परिणाम।
बोएंगे जो शूल तो, कैसे पाएं आम॥
— लीला तिवानी
1.
धोखा कभी न दीजिए, धोखा देना पाप।
धोखे से बचना भला, धोखे से संताप।।
2.
धोखेबाजों से सदा, बचके रहिए मीत।
खो जाएगी मित्रता, नहीं रहेगी प्रीत॥
3.
धोखा देते लोग जो, वैसा हो परिणाम।
बोएंगे जो शूल तो, कैसे पाएं आम॥
— लीला तिवानी