कविता

पिता जीवन का आधार

पिता से पूरा संसार है
वो तो जीवन का आधार है
पिता से जीवन में खुशी है
न हो पिता तो जीवन बेकार है

जो करता दिन रात मेहनत है
सजता उससे ही परिवार है
त्याग करता वो जीवन में है
जिससे फला फूला परिवार है

घर की जिम्मेदारी पूरी करते है
अपने लिए कुछ नहीं सोचते है
परिवार की खुशी को आगे रखते है
पिता अपने आंसू छिपाकर रखते है.

— पूनम गुप्ता

पूनम गुप्ता

मेरी तीन कविताये बुक में प्रकाशित हो चुकी है भोपाल मध्यप्रदेश

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