डिफॉल्ट

दो मुक्तक

विश्व योग दिवस

21.06.2025

“एक पृथ्वी-एक स्वास्थ्य हित योग”,
भोग भी करो ऐसे जैसे सहज योग,
हंसते-गाते रहो, सृष्टि को महकाते रहो,
आत्मा महकेगी, तन-मन रहेगा निरोग।

संजीवनी बूटी बन, तन-मन को योग जोड़े
चुस्ती-फुर्ती दे, आयु-स्वास्थ्य में योग करे,
योग करे साँसों में योग, जिजीविषा में योग,
योग करे बुद्धि में योग, आनंद-मौज में योग करे।
लीला तिवानी

*लीला तिवानी

लेखक/रचनाकार: लीला तिवानी। शिक्षा हिंदी में एम.ए., एम.एड.। कई वर्षों से हिंदी अध्यापन के पश्चात रिटायर्ड। दिल्ली राज्य स्तर पर तथा राष्ट्रीय स्तर पर दो शोधपत्र पुरस्कृत। हिंदी-सिंधी भाषा में पुस्तकें प्रकाशित। अनेक पत्र-पत्रिकाओं में नियमित रूप से रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं। लीला तिवानी 57, बैंक अपार्टमेंट्स, प्लॉट नं. 22, सैक्टर- 4 द्वारका, नई दिल्ली पिन कोड- 110078 मोबाइल- +91 98681 25244

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