धिक्कारती हूँ तुम्हें
अक्सर
सार्वजनिक शौचालय में
कतराती हूँ जाने से ।
ओछी मानसिकता
और
स्त्री के प्रति तुम्हारी भावना
जो तुम अभिव्यक्त कर जाते हो
शब्दों में
और उकेरते हो उसे
शौचालय की दीवारों पर
अच्छा नहीं लगता ।
अश्लील शब्द
नग्न तस्वीर देख
हो जाती हूँ शर्म से लाल
धिक्कारती हूँ तुम्हें ।
तुम समझ नहीं पाए
औरत को
क्यों मान बैठे हो उसे
बस्स
मन बहलाने का खिलौना ।
@ मुकेश कुमार सिन्हा
बहुत खूब ! आपने दोहरी मानसिकता वाले व्यक्तियों का पूरा एक्सरे करके रख दिया है.
बुरी मानसिकता वाले लोग ही ऐसी हरकतें करते हैं .