कविता : वादा करो
मुझसे वादा करो
मुझे रुलाओगे नहीँ
हालात जो भी हो
मुझे भुलाओगे नहीं
छुपा के अपनी आँखों में रखोगे
मुझ को दुनिया में
किसी और को दिखाओगे नहीं
मेरे लफ़्ज मेरे दिल की तहरीरें हैं,
कसम उठाओ इन को कभी जलाओगे नहीं
मुझे ये यकीन दिलाओ
मुझे याद रखोगे
मेरी यादों को
अपने दिल से मिटाओगे नहीं..।
— धर्म पाण्डेय
वादा करता हूँ…