देवर्षि नारद जयंती एवं पत्रकार सम्मान समारोह संपन्न
न्याय सुनिश्चित करना पत्रकार का धर्म – प्रेम शुक्ल
‘पत्रकारिता सभी स्तम्भों की आत्मा है। जिन देशों की पत्रकारिता में राष्टवाद का भाव रहा है उन देशों ने उन्नति की है। समाचारों के चयन में निष्पक्षता की बात करने वाले बीबीसी का इंग्लैण्ड के हितों के प्रति,सीएनएन का अमेरिका के हितों के प्रति और अलजजीरा की प्राथमिकता खाड़ी देशों के हितों में होती है।’
उक्त विचार विश्व संवाद केन्द्र द्वारा आयोजित नारद जयंती एवं पत्रकार सम्मान समारोह में दोपहर का सामना के कार्यकारी संपादक प्रेम शुक्ला ने व्यक्त की। इस अवसर पर पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए पांच पत्रकारों को सम्मानित भी किया गया। सम्मानित होने वाले पत्रकारों में शलभमणि त्रिपाठी (आईबीएन 7 के लखनऊ ब्यूरो ), विश्वजीत बनर्जी (पायनियर अंग्रजी, लखनऊ संस्करण के संपादक), राकेश कुमार शर्मा (नेशनल ब्यूरो स्वदेश, दिल्ली) रमेश चन्द्र अकेला (डीएनए ब्यूरो चीफ, कौशांबी और अमर उजाला लखनऊ के छायाकार अर्जुन साहू को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि छत्रपति साहू जी महाराज विश्वविद्यालय में पत्रकारिता विभाग के विभागाध्यक्ष अरविन्द कुमार सिंह ने कहा कि नारद ने पत्रकारिता को उद्योग बनाने से लेकर पेड न्यूज के प्रति शिकायत दर्ज करा कर भगवान विष्णु से मुक्ति मांग ली थी। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए राजनाथ सिंह सूर्य ने कहा कि अब पत्रकारिता योग्यता पर नहीं लाइजनिंग पर होती है। लखनऊ जन संचार एवं पत्रकारिता संस्थान के निदेशक अशोक कुमार सिन्हा ने विश्व संवाद केन्द्र की गतिविधियों की जानकारी लोगों के समक्ष रखी। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रान्त प्रचारक संजय, विश्व संवाद केन्द्र के अध्यक्ष नरेन्द्र भदौरिया, विभाग संघ चालक जय कृष्ण सिन्हा,विश्व संवाद केन्द्र के प्रमुख राजेन्द्र, पथ संकेत के गंगा सिंह और विभाग प्रचारक अमरनाथ प्रमुख रूप से उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह प्रान्त प्रचार प्रमुख दिवाकर ने किया।
ऐसे समारोह नितमित रूप से होने चाहिए.