सामाजिक

भाई का प्यार है राखी

बहुत ही सुन्दर और प्यारा त्यौहार है ये रक्षाबंधन का,
एक भाई-बहन के बिच का छिपा हुआ प्यार है रक्षाबंधन का,

इस दिन सभी भाईयो पर दुआओं की बौछार होती है,
बदले में बहन उनसे अपनी रक्षा का वचन लेती है,

सभी धर्म में मनाने वाला त्यौहार है ये रक्षाबंधन का,
सच में बहुत खुशियो से भरा त्यौहार है रक्षाबंधन का,

राखी बांधने और बंधवाने के लिए
हर बहन -भाई बेकरार रहते है ,
कंधे तक बन्धवा के राखी छोटे बच्चे पुरे गली में घूमते है,

राखी दिखने में है ये एक रंगीन नाजुक धागा,
लेकिन
ये धागा नहीं एक बहन का ऐतबार ओर भाई का प्यार होता है,

एक बार फिर हर दुआ, हर यादे ताजा करने को,
साथ में मिलाने एक बार फिर अपने अपनों को,

एक बार फिर तैयार है बहने
माथे पर तिलक,
हाथों में राखियां अपने भाइयो को बाँधने को.

अखिलेश पाण्डेय

नाम - अखिलेश पाण्डेय, मैं जिला गोपालगंज (बिहार) में स्थित एक छोटे से गांव मलपुरा का निवासी हु , मेरा जन्म (23/04/1993) पच्छिम बंगाल के नार्थ चोबीस परगना जिले के जगतदल में हुआ. मैंने अपनी पढाई वही से पूरी की. मोबाइल नंबर - 8468867248 ईमेल आईडी -akhileshpandey109@gmail.com Maihudeshbhakt@gmail.com Website -http://pandeyjishyari.weebly.com/blog/1

4 thoughts on “भाई का प्यार है राखी

  • विभा रानी श्रीवास्तव

    बहुत प्यारी रचना

  • विजय कुमार सिंघल

    अगर आप कोशिश करें तो इसमें कुछ माधुर्य लाया जा सकता है।

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