कविता

गणतंत्र दिवस

गणतंत्र दिवस पर लहराता यह तिरंगा
यह मेरे देश की शान है,
यह मेरे देश की आन,
इस तिरंगे पर हम सबको बड़ा गर्व है,
गणतंत्र दिवस हमारा राष्ट्रीय पर्व है,
आओ इस महापर्व को मिल कर मनाएं ,
देश की संऋद्धि के लिए एक हो जाएँ,
यह संगम
गंगा यमुना सरस्वती का
तीनो का सुखद और शांत मिलन
तीनो के मिलन से बना
पावन पुनीत संगम,
तीनो का जल मिल कर एक हो जाता है,
कोई भी अलग अलग इसे पहचान नहीं पाता,
बस एक संगम , एकरस, एक बन जाता है,
जो कोई यहाँ डुबकी लगाता है,
भव सागर तर जाता है,
काश यह तिरंगा भी , हरा सफ़ेद भगवा
अपने तीनो रंगों का ऐसा ही मिलन करदे,
और केवल
बस एक भारतीयता के रंग में रंग जाये,
कोई अलग अलग रंग की पहचान नो हो,
बस देश केवल प्यार और सौहार्द के रंग में रंग जाये,
जय भारत माता , जय हिन्द,

जय प्रकाश भाटिया
आप सबको गणतंत्र दिवस की शुभ कामनाएं,
२६/०१/२०१६

जय प्रकाश भाटिया

जय प्रकाश भाटिया जन्म दिन --१४/२/१९४९, टेक्सटाइल इंजीनियर , प्राइवेट कम्पनी में जनरल मेनेजर मो. 9855022670, 9855047845

One thought on “गणतंत्र दिवस

  • गुरमेल सिंह भमरा लंदन

    देश प्रेम का अच्छा सन्देश .

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