गीतिका/ग़ज़ल

रंग भी देता है खुलकर कौन है

रंग भी देता है खुलकर कौन है

बैठा है जो दिल मे छुपकर कौन है

लिख  इबारत प्यार की दिल पर मेरे

जा रहा ये आज बचकर कौन है

पासबानी भी  धरी ही रह गई

ले गया दिल को चुराकर कौन है

लिख दिया था नाम तो यूँ रेत पर

पर इसे जाता मिटाकर कौन है

यूँ जलाई थी शमाँ एक प्यार की

ये मगर जाता बुझाकर कौन है

मै तो सबको भेजता हूँ फूल फिर

शूल जाता ये चुभाकर कौन है

“’दिनेश “”

दिनेश दवे

नाम : दिनेश दवे पिता का नाम :श्री बालकृष्ण दवे शैक्षणिक योग्यता : बी . ई . मैकेनिकल ,एम .बी.ए. लेखन : विगत चार पांच वर्ष से , साँझा प्रकाशन पता : दिनेश दवे , केमिकल स्टाफ कॉलोनी ,बिरलाग्राम, नागदा जिला उज्जैन ..456331..मध्य प्रदेश

One thought on “रंग भी देता है खुलकर कौन है

  • विभा रानी श्रीवास्तव

    बहुत बढियां

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