राजनीति

अम्बेडकरवादियों की चुप्पी और चिल्लाना

आगरा में दलित VHP नेता अशोक महोर की हत्या मुस्लिम गुंडों ने कर दी। सभी अम्बेडकरवादी चुप।

पुणे में दलित युवक सावन को मुस्लिम दंगाइयों ने जिन्दा जला कर मार डाला। सभी अम्बेडकरवादी चुप।

केरल में निर्भय कांड जैसी वीभत्स घटना को अंजाम देने वाले अमीरुल इस्लाम ने दलित लड़की के शरीर पर 38 घाव देने के बाद बलात्कार कर मार डाला।सभी अम्बेडकरवादी चुप।

कैराना में मुसलमानों ने दलित लड़की का सामूहिक बलात्कार कर सकी हत्या कर दी। सभी अम्बेडकरवादी चुप।

मुज्जरनगर दंगों में मुसलमानों के कारण दलितों को घर बार छोड़कर भागना पड़ा। सभी अम्बेडकरवादी चुप।

मुसलमानों ने बांग्लादेश में एक दलित हिन्दू दर्जी निखिल चन्द्र की हत्या कर दी।सभी अम्बेडकरवादी चुप।

अम्बेडकरवादी कब चिल्लाते है-

याकूब मेनन को मुंबई बम धमाके में फांसी की सजा हुई। अम्बेडकरवादी याकूब के समर्थन में खूब चिल्लाए।

अफ़जल गुरु को सांसद हमले के दोष में फांसी की सजा हुई। अम्बेडकरवादी अफ़जल के समर्थन में खूब चिल्लाए।

दादरी में अक़लाख की गौमांस खाने के चक्कर में हत्या हुई। अम्बेडकरवादी अख़लाख के समर्थन में खूब चिल्लाए।

JNU में उमर खालिद ने भारत विरोधी देशद्रोही नारे लगाए। अम्बेडकरवादी उमर खालिद के समर्थन में खूब चिल्लाए।

यह दलित मुस्लिम गठजोड़ भी बड़ा कमाल है। दलितों का जमीनी स्तर पर कितना भी उत्पीड़न होता रहे।अम्बेडकरवादियों को कोई अंतर नहीं पड़ता, परन्तु देशद्रोही और संविधान तोड़ने वाले मुसलमानों के समर्थन में वे चिल्लाने से पीछे नहीं हटते।

–डॉ विवेक आर्य

(देशहित में जारी)