राजनीति

देश का सर्वाधिक विकृत राजनीतिज्ञ

arvind-kejriwal-cartoonनई दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के नेता अब तक के सबसे विकृत मानसिकता वाले राजनीतिज्ञ बनते जा रहे हैं। आजकल वह जिस प्रकार की राजनीति और अपने कृत्यों को अंजाम दे रहे हैं उससे यह पता चल रहा है कि वह किसी न किसी विदेशी ताकत के इशारे पर चल रहे हैं। अरविंद केजरीवाल पूरी तरह से केवल भाजपा और संघ के खिलाफ ही नहीं अपितु पूरे मनोयोग के साथ पीएम मोदी के खिलाफ जहर उगल राजनीति कर रहे हैं। अरविंद केजरीवाल ने ईद के दिन जिस प्रकार से मुस्लिम समाज के साथ ईद की नमाज अदा की है तथा नमाज पढ़ते हुए अपने फोटो इंटरनेट पर जारी किये हैं उससे उनका मुस्लिम तुष्टीकरण का एक नया और बेहद खतरनाक रूप जगजाहिर हो गया है।

ईद की नमाज पढ़ने के बाद अपने आप को ईमानदार सेकुलर बताने का असफल प्रयास करते हुए गुजरात में सोमनाथ मंदिर का दौरा किया और वहां पर गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदी बेन पटेल पर बेमतलब की बातों को आधार बनाकर उनकी आलोचना शुरू कर दी। केजरीवाल येनकेन प्रकोण पीएम मोदी को नीचा दिखाना चाह रहे हैं, वह चाहते हैं कि पीएम मोदी आवेश में आकर कुछ गलती करें और वह उसका राजनैतिक लाभ ले सकें। ईद की नमाज के बाद अपने विधायकों को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कथन कि ‘उनके खिलाफ गुंडे पड़े हुए हैं और उन्हें एक न एक दिन जेल तो जाना ही होगा’ से साफ पता चलता है कि अरविंद केजरीवाल का विकृत मानसिकता वाला घृणित एजेंडा क्या है।

अरविंद केजरीवाल अपने आप को बहुत बड़ा विद्वान और ईमानदार होने के साथ ही साथ सबसे बड़ा देशभक्त घोषित करने में लगे हैं जबकि वे सबसे बड़े देशद्रोही और गद्दार मुख्यमंत्री तथा राजनीतिज्ञ हैं। वे अपनी सारी जनसभाओं, कार्यक्रमों और दौरों का आयोजन कर रहे हैं लेकिन यह सबकुछ पूंजीपतियों और विदेशी फंडिंग के बल पर कर रहे हैं। जब वह पंजाब के दौरे पर गये तो वहां पर गुरूग्रंथसाहिब और गुरूनानक का अपमान कर बैठे।

अब आम आदमी पार्टी के युवा घोषणा पत्र में श्री हरिमंदिर साहिब की फोटो के साथ चुनाव चिन्ह झाडू की तस्वीर लगाने के बाद पैदा हुए विवाद के बीच आप के वरिष्ठ नेता एचएस फूलका को वहां पर भेज दिया और अपने आप को बड़ी सफाई के साथा बचाने का नाटक खेला है।
यह बड़ी अजीब बात है कि जिस माफी के लिए स्वयं अरविंद केजरीवाल को पंजाब जाना चाहिये था वह न जाकर उन्होंने पार्टी के एक नेता को पंजाब भेज दिया। बाद में फुूलका ने घटित घटना के लिए माफी मांगी और अरविंद केजरीवाल को उन्होंने बेकसूर बताकर मामला शांत करने का प्रयास किया है। सबसे शर्मनाक पहलू यह है कि जो काम अरविंद केजरीवाल को स्वयं आगे बढ़कर करना चाहिये था वह फूलका को करना पड़ा। फूलका को श्रीहरि मंदिर साहिब में सेवा करके माफी मांगनी पड़ी। अरविंद केजरीवाल अराजकतावादी, निराशावादी, विपरीतधारा के राजनीतिज्ञ बनते जा रहे हैं।

अरविंद केजरीवाल देश विरोधी ताकतों व हरकतों का खुलेआम संरक्षण करते हैं तथा उनके पक्ष में बयानबाजी करते हैं। अरविंद केजरीवाल ने हार्दिक पटेल का समर्थन किया और जेएनयू में देशविरोधी नारेबाजी करने वाले छात्रों के प्रति हमदर्दी दिखाने वाले लोगों में केजरीवाल सबसे आगे रहे। गोवा में मछुआरों को भड़काने का प्रयास किया तथा कहा कि गोवा की संस्कृति व पहचान सेक्स, ड्रग्स व सभी प्रकार की तस्करी तथा अय्याशी हैं। पंजाब के बाद गोवा का खुला अपमान किया गया। यह केजरीवाल इसी प्रकार की नकारात्मक शैली से भाजपा व संघ का अस्तित्व समाप्त करने का सपना देख रहे हैं तो वह न तो कभी हुआ है और न ही कभी हो सकेगा।

अरविंद केजरीवाल से दिल्ली तो संभल नहीं पा रही है। दिल्ली के अब तक दो विधायक महिलाओं के साथ छेड़छाड़ के मामलों में आरोपी हो चुके हैं तथा उन पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। एक विधायक पंजाब में दंगे की साजिश रचने के आरोप में आरोपित हो रहे हैं तथा 21 विधायकों पर लाभ के पद के कारण अयोग्य होने की तलवार लटक रही है। केजरीवाल रोज किसी न किसी प्रकार से दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग को विकृत मानसिकता वाले बेसिरपैर के पत्र लिखा करते हैं। अभी हाल ही केजरीवाल ने दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने के लिए जनमत संग्रह करवाने तक की मूर्खतापूर्ण डिमांड कर डाली।

जिन मामलों में उन्हें हस्तक्षेप नहीं करना चाहिये वह पूरी ताकत के साथ हस्तक्षेप कर रहे हैं। अभी जब एनएसजी में भारत की सदस्यता का मामला लटक गया तब केजरीवाल एंड कम्पनी ने जश्न मनाया था और सोशल मीडिया में खूब ट्विट किये थे। केजरीवाल ने तो अपने ट्विट में विदेश नीति को विफल करार दिया था। लेकिन जब मिसाइल तकनीक क्लब में भारत को सदस्यता मिली तब केजरीवाल ने कोई उत्साह नहीं दिखाया। यह सभी भारत विरोधी ताकतें हैं जो कि किसी कारणवश भारत में पैर पसार रही है। ये लोग देशभक्त ताकतों और देश की असफलता पर नाचने, कूदने और जश्न मनाने वाले लोग हैं। अब दिल्ली की जनता कुछ सोच रही होगी कि उसने कितनी भारी गलती की है।

अगर केजरीवाल एंड कंपनी उदारतापूर्वक दिल्ली के हित में संविधानसम्मत तरीके से काम करते हुए पीएम मोदी के पास जाते तो दिल्ली की जनता का भला ही होता। लेकिन यह तो पीएम न बन पाने की भड़ास निकाल रहे हैं। केजरीवाल सरकार दिल्ली में फिलहाल पूरी तरह से फेल हो चुकी है तथा अपनी नाकामी को छुपाने के लिए ही अखबारों में झूठ पर आधारित बड़े-बड़े विज्ञापन छपवा रही है। विज्ञापनों की भाषा शैली बेहद आपत्तिजनक है। विज्ञापनों की भाषा स्पष्ट रूप से जनता को गुमराह करने वाली व केंद्र विरोधी होती है। आम आदमी पार्टी व उसके नेताओं को अच्छी तरह से पता होना चाहिये कि केंद्र केंद्र ही होता है। संविधान से ऊपर कोई नहीं हो सकता। यदि आम आदमी पार्टी की सरकार संविधानसम्मत तरीके से अपने विधेयकों को कंद्र के पास भेजें, तो वह अवश्य ही स्वीकार्य होंगे। लेकिन टकराव और अहम के चलते जनता का भला नहीं हो सकता।

मृत्युंजय दीक्षित

7 thoughts on “देश का सर्वाधिक विकृत राजनीतिज्ञ

  • महेश कुमार माटा

    इस से घटिया इंसान आजतक नही हुआ। समझ नही आता मोदी जी कोई सम्वैधानिक प्रावधान देख कर इस का कोई इंतज़ाम क्यों नही करते। ऐसे देशद्रोही को मुख्यमंत्री तो क्या खुली हवा में भी रहने का अधिकार नही है।

  • महेश कुमार माटा

    इस से घटिया इंसान आजतक नही हुआ। समझ नही आता मोदी जी कोई सम्वैधानिक प्रावधान देख कर इस का कोई इंतज़ाम क्यों नही करते। ऐसे देशद्रोही को मुख्यमंत्री तो क्या खुली हवा में भी रहने का अधिकार नही है।

    • मृत्युंजय दीक्षित

      सही कहा आपने !

    • मृत्युंजय दीक्षित

      सही कहा आपने !

  • विजय कुमार सिंघल

    बहुत अच्छा लेख. केजरीवाल देश के ऊपर कलंक हैं. दिल्ली वालों ने पता नहीं क्या सोचकर इसको मुख्यमंत्री बना दिया. पर देश में मूर्खों की कमी नहीं है.

    • मृत्युंजय दीक्षित

      बहुत बहुत धन्यवाद, विजय जी !

    • मृत्युंजय दीक्षित

      बहुत बहुत धन्यवाद, विजय जी !

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