कविता

है पुरा विश्वास

है पुरा विश्वास तुमपर
करोगी एक दिन
नाम रौशन सबका
तुम्हारे छोटे हाथो मे
कॉपी कलम देख
दृढ विश्वास दिलाते है
तुम कोई साधारण नही
यह परिचय बतलाते है
ईंदिरा गॉधी,राजियॉ शुल्तान
किरण वेदी, झॉसी की रानी
सब तुम मे ही दिखती है
कल्पना चावला, पीटी उषा की
छवि भी झलकती है
बढे चलो तुम बढे चलो
अपना अधिकार दिखाते चलो
हम किसी से कम नही
ये नारे को दोहराते रहो
रास्ते मे आये बाधायें को
पैरो से मसलते चलों
है तुम मे वो सभी हिम्मत
ये सब दूनियॉ को बतलाते चलो
कभी कोई तुम्हे कमजोर न समझे
बेटी को कभी कम न ऑके
जिसने भी तेरा रूख मोडे
उसे अपना परिचय बतलाते चलो|

निवेदिता चतुर्वेदी

बी.एसी. शौक ---- लेखन पता --चेनारी ,सासाराम ,रोहतास ,बिहार , ८२११०४