कविता

याद रखेगा हिन्दुस्तान

काले धन के गद्दारों की
दो कौड़ी की हस्ती होगी
दिसंबर के बाद जब
उनपे बड़ी सख्ती होगी

बेनामी सम्पत्ति की
अब नहीं रहेगी ढेर
खुलेआम जल जाएगा
पर नहीं झुकेगा शेर

हम आम लोगों की
खुशी भरपूर हो रही
सत्तर सालों की अब
गन्दगी जब दूर हो रही

पूरा भारत बोल रहा है
यह खबर है अखबारों की
बस मोदी जी की नहीं
यह लड़ाई है इमानदारों की

छप्पन इंची सीने को अब
खूब दिखाओ मोदी जी
सत्तर साल के हत्यारों को
खूब सिखाओ मोदी जी

पचास दिन कष्ट सह के
रख लेंगे तुम्हारा मान
पर वर्षों तक ये सुधार
याद रखेगा हिन्दुस्तान

– डॉ० शरदेन्दु कुमार त्रिपाठी,
लखनऊ
mobile no. 8299546343

डॉ. शरदेन्दु कुमार त्रिपाठी

जन्म 10.07.1981 को ग्राम चरौवां, जिला बलिया उ.प्र. में इंटर तक की पढ़ाई डीएवी इंटर कालेज, बिल्थरा रोड, बलिया से। बी.ए. तथा प्राचीन भारतीय इतिहास में एम.ए. और पीएच.डी. लखनऊ विश्वविद्यालय से। इतिहास विषय में राज्यस्तरीय पात्रता परीक्षा (SLET) तथा राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (NET) भी उत्तीर्ण कीं। पश्चात् अवध विश्वविद्यालय से मध्यकालीन और आधुनिक इतिहास में एम.ए. किया। सम्प्रति लखनऊ के एक डिग्री कालेज में इतिहास के प्रवक्ता पद पर कार्यरत। किताब, शोध पत्र और कवितायें प्रकाशित। मंचों पर भी काव्यपाठ करते हैं। मो. नं. 8299546343 ईमेल- [email protected]