मुक्तक/दोहा मुक्तक नीतू शर्मा 'मधुजा' 21/11/2016 दर्द ने भी हमें आजमाया बहुत वक्त की आँधियों ने दिखाया बहुत जिन्दगी दे रही है तजुर्बे कई ठोकरों ने हमे है सिखाया बहुत ।