सत्य वचन
जिन राजाओं की संधि राष्ट्रीय के शत्रुओं के साथ हो गई हो,
वो राजा राष्ट्रीय के बाहरी शत्रुओं से कहीं ज्यादा घातक हैं.
ऐसे राजाओ को जनता को तुरंत निष्काषित कर देना चाहिए.
क्योंकि वो राष्ट्रीय के दुश्मनों के साथी हो चले हैं और जब राष्ट्रीय पर
आपत्ति आएगी तो वो बाहरी दुश्मन से अधिक राष्ट्रीय का अहित करेंगे.