पंडित दीनदयाल उपाध्याय के प्रति
भारतीयता के संपोषक, भारत माँ के लाल
अंत्योदय के सच्चे चिंतक, पंडित दीनदयाल
सजग प्रहरी थे देश के…
समतामूलक राजनीति का
करते रहे प्रसार
राष्ट्रभक्ति जनसेवा ही हो
राजनीति आधार
वैभव परम् राष्ट्र ये पाये, चमके माँ का भाल
अंत्योदय के सच्चे चिंतक, पंडित दीनदयाल
सजग प्रहरी थे देश के….
एक सूत्र में तुलसी मोती , दोनों रहे पिरोते
राष्ट्र जागरण पुष्ट संगठन , लक्ष्य जागते सोते
पीड़ित शोषित दलित जनों के,बने रहे जो ढाल
अंत्योदय के सच्चे चिंतक, पंडित दीनदयाल
सजग प्रहरी थे देश के….
सौम्य और साधारण जीवन
जीने को कहते थे
वैसे ही रहने को कहते
ख़ुद जैसा रहते थे
कथनी करनी एक अगर हो, जीवन बने मिशाल
अंत्योदय के सच्चे चिंतक, पंडित दीनदयाल
सजग प्रहरी थे देश के….
: प्रवीण श्रीवास्तव ‘प्रसून