कविता

।। कृष्ण जन्माष्टमी की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ ।।

krishna

1
सुन रे कान्हा
दूंगी मै उलाहना
न तू सताना ।

2
प्रेम का पाठ
पढ़ा गया छलिया
राधा के साथ ।

3
सूना पलना
गोकुल बधाईयाँ
जन्मा ललना ।

4
टूटी बेड़ियाँ
कारागार मुस्काया
जन्मे कन्हैया ।

5
बाँसुरी तान
मुरली मनोहर
बृज की शान ।

6
राधा पुकारे
द्वार द्वार भटके
कृष्ण कहाँ रे ।

7
मौन है वंशी
तड़प रही राधा
रूठे है कृष्ण ।

8
मेरा न तेरा
जो हर को भजता
हरि उसी का ।

9
ईश तत्पर
देने को कर्मफल
कर्म तो कर ।

10
सुख करता
ध्यान हरि धरता
दुःख हरता ।

11
विपदा घेरे
प्रभु नाम भजन
मनवा मोरे ।

12
हरी शरण
हो न चित चञ्चल
सुगम राह ।

13
विपदा तज
राधे कृष्णा का नाम
नित तू भज ।

14
प्रेम का दिया
जलाया राधा संग
रस पी लिया ।

गुंजन अग्रवाल

नाम- गुंजन अग्रवाल साहित्यिक नाम - "अनहद" शिक्षा- बीएससी, एम.ए.(हिंदी) सचिव - महिला काव्य मंच फरीदाबाद इकाई संपादक - 'कालसाक्षी ' वेबपत्र पोर्टल विशेष - विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं व साझा संकलनों में रचनाएं प्रकाशित ------ विस्तृत हूँ मैं नभ के जैसी, नभ को छूना पर बाकी है। काव्यसाधना की मैं प्यासी, काव्य कलम मेरी साकी है। मैं उड़ेल दूँ भाव सभी अरु, काव्य पियाला छलका जाऊँ। पीते पीते होश न खोना, सत्य अगर मैं दिखला पाऊँ। छ्न्द बहर अरकान सभी ये, रखती हूँ अपने तरकश में। किन्तु नही मैं रह पाती हूँ, सृजन करे कुछ अपने वश में। शब्द साधना कर लेखन में, बात हृदय की कह जाती हूँ। काव्य सहोदर काव्य मित्र है, अतः कवित्त दोहराती हूँ। ...... *अनहद गुंजन*

One thought on “।। कृष्ण जन्माष्टमी की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ ।।

  • विजय कुमार सिंघल

    अच्छी हाइकु

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