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मुख्य उद्देश्य से भटक गया लैपटाप

माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में वर्ष 2013 मंे भारी संख्या में लैपटापों का वितरण किया गया, जिसका मुख्य उद्देश्य था कि शिक्षा को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ना, मंत्री जी ने लैपटाप तो बांट कर अपना वादा पूरा किया परन्तु जिस उद्देश्य से लैपटाप का वितरण किया गया था क्या वह पूरा हो रहा है ? या जो लैपटाप जिन छात्र/छात्राओं को दिया गया था वह लैपटाप आज उनके पास है ?
उत्तर प्रदेश के हर जिले मेें लैपटाप जिस उद्देश्य से छात्रों को दिया गया था वह उद्देश्य तो पूरा नही हो पा रहा है परन्तु अश्लील सामाग्रियों को जरूर बढावा मिल रहा है। जो समाज पर बुरा प्रभाव डाल रहें है। लैपटाप प्रदान करने वाले छात्रों की मानसिकता भंग सी नजर आ रही है, हर वक्त परेशान रहते है कि आज बिजली नही आई जनरेटर कहीं पर चलता मिलेगा क्या? ऐसा वह ज्ञान बढानें के लिये नही मनोरंजन करनें के लिये करतें है।

लैपटाप दे देने के बाद न तो इससे जुडी शिक्षा को देना वाला कोई है और न ही दिये गये लैपटाप की कोई जांच करनें वाला है। लैपटाप दिये जानें के बाद कोेई छात्र अपना लैपटाप अपने कालेज को लेकर नही जा रहा है, जबकि छात्रों को लैपटाप कालेेज लेकर जाने की बात कही गयी थी मगर ऐसा नही हो रहा है, अगर काजेल लैपटाप जाये तो अध्यापकों को छात्रों के लैपटाप में स्टोर डाटा के बारें मे जानकारी समय समय पर होती रहेगी, साथ ही साथ यह भी ज्ञात होता रहेगा कि लैपटाप मिलने के बाद छात्र/छात्रा ने संबन्धित विषय के बारे में कितनी जानकारी बढा ली है परन्तु ऐसा नही हो रहा है।

उत्तर प्रदेश के हर जिले में वर्तमान समय मंे लैपटाप की बहार देखने को मिल रही है, जगह- जगह पर मंत्री जी द्वारा दिये गये लैपटाप से मेमोरी डाउनलोडिंग की जा रही है, या तो कई छात्रों का झुण्ड देखने को मिलता है बजाय जानकारी लेनेके वह सभी फिल्म को देखते नजर आ रहें हैं। अधिकांश लैपटाप तो मिलते ही बंेचे जा चुके हैं तथा कुछ लैपटाप अपने सगे संबन्धियों को भेंट कर दिये गये हंै तथा कुछ लैपटापों से मेमोरीडाउन लोडिंग का कार्य किया जा रहा है। इण्टर पास जिन छात्र/ छात्राओं को लैपटाप प्रदान किये गये थे उनमें से 95 प्रतिशत छात्रों को लैपटाप के बारें में कोई जानकारी ही नही थी उन्होनें इसका कोई मतलब न समझ कर अधिकांश छात्रों ने बंेच दिया है नही तो किसी रिस्तेदार को प्रदान कर दिया है। सोचने वाली बात यह कि प्रदेश सरकार ने लैपटाप देकर अपनी जिम्मेंदारी निभा दी क्या इसके बाद सरकार द्वारा प्रदान किये गये लैपटापांे की स्थिति जाननें की कोई योजना नही है।

22 अगस्त 2014 को लखनऊ में एक बार फिर लैपटाप वितरण का कार्य माननीय मंत्री जी द्वारा किया गया, इस कार्यक्रम मंे योग्य छात्रों को 1321 लैपटाप बांटे गये मंत्री जी की यह वितरण प्रणाली लोगों के गले उतर रही है। क्यांेकि जो लैपटाप छात्रों को दिये गये है उनकी प्रतिभा विद्यालय में अग्रणीय है और इस प्रकार के छात्रों को इस प्रकार के उपकरण की जरूरत है, आने वाले समय में इस प्रकार के छात्र अपनी शिक्षा को और भी परवान चढा सकतें है।

माननीय मंत्री जी का एक बार फिर लैपटाप की ओर अपना ध्यान आकर्षित करना चाहिए ? इस लिये कि मेरे द्वारा दिये गये लैपटाप वास्तव उन्ही छात्र/छात्राओं के पास है जिनको दिया गया है। प्रदेश के हर उस जिले के विद्यालय को सूचित करना चाहिए कि जिन छात्रों को लैपटाप दिये गये है उनकी उपस्थिति के बारें में सराकार को अवगत कराये तथा लैपटाप से संबन्धित शिक्षा में कितना विकास हुआ है। ऐसा करनें सें प्रदेश सरकार को इस बात की जानकारी हो जायेगी की लैपटाप का जो मुख्य उद्देश्य था वह पटरी से उतर कर रास्ता भटक गया है।
राजकुमार तिवारी (राजबाराबंकी)

राज कुमार तिवारी 'राज'

हिंदी से स्नातक एवं शिक्षा शास्त्र से परास्नातक , कविता एवं लेख लिखने का शौख, लखनऊ से प्रकाशित समाचार पत्र से लेकर कई पत्रिकाओं में स्थान प्राप्त कर तथा दूरदर्शन केंद्र लखनऊ से प्रकाशित पुस्तक दृष्टि सृष्टि में स्थान प्राप्त किया और अमर उजाला काव्य में भी सैकड़ों रचनाये पब्लिश की गयीं वर्तामन समय में जय विजय मासिक पत्रिका में सक्रियता के साथ साथ पंचायतीराज विभाग में कंप्यूटर आपरेटर के पदीय दायित्वों का निर्वहन किया जा रहा है निवास जनपद बाराबंकी उत्तर प्रदेश पिन २२५४१३ संपर्क सूत्र - 9984172782

3 thoughts on “मुख्य उद्देश्य से भटक गया लैपटाप

  • विजय कुमार सिंघल

    अच्छा लेख. बिना पूरी योजना बनाये, केवल वोट खींचने के लिए ऐसी योजनायें लागू कर देने से प्रायः असफलता ही हाथ लगती है. इस मामले में यही हुआ है. इसीलिए अब सपा सरकार ने इस योजना से हाथ खींच लिया है और अब केवल मेधावी बच्चों को ही लैपटॉप दिए जायेंगे.

    • Thanks For Your Comment

  • गुरमेल सिंह भमरा लंदन

    लैपटौप देने का काम तो बहुत अच्छा है लेकिन इस को टीचरों दुआरा लगातार डाटा चैक्क करते रहने की भी जरुरत है . इस के मिस्जूज़ ना होने के लिए भी कुछ करने की जरुरत है . हर लेने वाले विदिआर्थी को लैपटौप लेने के वास्ते कुछ कंडीशन पर दस्तखत करने होने चाहिए और ऐसा न करने से लैपटौप वापिस ले लेना चाहिए .

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