भजन/भावगीत

नवरात्रि पर विशेष – मां दुर्गा

शक्ति का आधार मां तू !
ज्ञान का संसार मां तू !मैं लिये अंधियार सँग में,
पर सदा उजियार मां तू !

ज़िन्दगी हर पल भटकती,
पर निरंतर सार मां तू !

पाप जब बढ़ने लगें तब,
आचरण पर मार मां तू !

सत्य,धर्म, न्याय,नीति,
से करे अभिसार मां तू !

हम भले ही पूत खोटे,
पर करे नित प्यार मां तू !

ज़िन्दगी जब भी भटकती,
तब सदा आधार मां तू !

यह जगत जब भी प्रदूषित,
तब करे उपकार मां तू !

हम तिरे हरदम आभारी,
है सदा उपहार मां तू !

जब कराहें और रोदन,
धर्म की झंकार मां तू !

बढ़ने लगें दुष्कर्म जब ,
संहार की जयकार मां तू !

 जब बढ़े अभिमान तब-तब,
ज्ञान का आगार मां तू !फूल देकर इस जहां को,
दूर करती खार मां तू ?

करता “शरद “गुणगान तेरा,
है मेरा संसार मां तू !!

प्रो.शरद नारायण खरे

*प्रो. शरद नारायण खरे

प्राध्यापक व अध्यक्ष इतिहास विभाग शासकीय जे.एम.सी. महिला महाविद्यालय मंडला (म.प्र.)-481661 (मो. 9435484382 / 7049456500) ई-मेल[email protected]