तेरा मेरा साथ

तेरा जो साथ है तो अकेला नहीं हूं मैं
कितना भी हो सफर मुश्किल गुजर जाएगा
तू है जो साथ
तो मंजिल पा ही लेंगे
झेल जाएंगे सारे झंझवातों को
बस तेरा साथ होना ही काफी है
उठा लेंगे सारे बोझ तेरे हाथों को अपने हाथों में ले के
मैं हूं नहीं अकेला जब तू मेरे साथ है
दो नहीं
हम है एक और एक ग्यारह
मिल के उठा लेंगे बोझ सारा
सुहाना सफर और ये मौसम हसीं
हमें डर है कि हम खो न जाए कहीं
गुनगुनाते हुए यूंही
सफर कट जाएगा हमारा
ब्रजेश