इतिहास

67 वर्ष में ही कूच कर गए ‘बॉबी’ के राजू यानी हिंदी सिनेमा के ‘ऋषि’ 

हिंदी फ़िल्म ‘102 नॉट आउट’ में 75 वर्षीय व्यक्ति की भूमिका निभाए ऋषि कपूर सिर्फ 67 साल 7 माह और 27 दिनों का जीवन पाकर रूहानी दुनिया की ओर कूच कर गए यानी 67.7.27 OUT हो गए। हिंदी सिनेमाई दुनिया से कैंसर से जूझ रहे अभिनेताओं में से लगातार दूसरी मौत ! कल ही यानी 29 अप्रैल 2020 को हमने योग्य अभिनेता इरफान खान को कैंसर से खोये। दिवंगत अभिनेता ऋषि कपूर की माँ कृष्णा राज के निधन के अभी तो 19 माह ही हुए हैं कि पुत्र ऋषि ने अंतिम साँस ली। अंक 7 उनकी ज़िंदगी अभिन्न अंक रहे, यथा- जन्मवर्ष 1952 (1+9+5+2 = 17 में 7), जीवन की आयु 67 वर्ष 7 महीने और 27 दिनों में तीन-तीन 7 इत्यादि।

आज 30 अप्रैल यानी भारतीय सिनेमा के जनक ही नहीं, दादा यानी युगपुरुष ‘फ़ाल्के साहब’ का जन्मदिवस है, किन्तु यह ऋषि कपूर के जीवन की अंतिम सुबह साबित हुई। सन 2018 में ऋषि कपूर को कैंसर हुआ था, इलाज के लिए अमेरिका गए थे। अमेरिका में लगभग एक साल रहने के बाद 2019 के  सितंबर माह में स्वदेश लौटे थे। अमेरिका में उनके साथ उनकी अभिनेत्री पत्नी नीतू सिंह ही रहती थी। नीतू सिंह से उनकी शादी 22 जनवरी 1980 को हुई थी । पुत्र रणबीर कपूर बीच-बीच में उनसे मिलने न्यूयॉर्क जाते थे । मीडिया को दिए एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा था कि अब वो पहले से बेहतर महसूस कर रहे हैं, अब कोई भी काम कर सकते हैं । सोचता हूँ, दुबारा एक्टिंग शुरू करूं ? पता नहीं, लोगों को अब मेरा काम पसंद आएगा भी कि नहीं! फरवरी 2020 में वे दो-दो बार अस्पताल में भर्ती हुए थे। पहली बार, दिल्ली में जब वे एक पारिवारिक कार्यक्रम में भाग लेने  गए थे, तो उन्हें वहां के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उस समय उन्होंने कहा था कि वह संक्रमण से पीड़ित हैं, फिर मुंबई लौटने के बाद दूसरी बार अस्पताल में फिर शिफ़्ट हुए, तब कहा गया कि वे बुखार से पीड़ित हैं ! फिर शारीरिक सुधार के बाद वे अस्पताल से घर आ गए थे !

30 अप्रैल की सुबह एच. एन. रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल में अपना चिंटू यानी ऋषि साहब ने अंतिम साँस ली । वे अपने पीछे अभिनेत्री पत्नी नीतू सिंह, अभिनेता पुत्र रणबीर सिंह, पुत्री रिद्धिमा, दामाद साहनी जी और नाती-नतिनियों को छोड़ गए हैं। कपूर खानदान का वंशबेल वॉलीवुड में सबसे बड़ा है । तीन भाइयों में ऋषि कपूर मँझले थे, दो अन्य भाइयों में रणधीर कपूर और राजीव कपूर स्वस्थ जीवन जी रहे हैं ! उनके पिता राज कपूर हिंदी सिनेमा के स्तम्भ अभिनेता थे । ऋषि कपूर के दादा यानी राज कपूर के पिताजी पृथ्वीराज कपूर यानी मुगलेआज़म के अकबर हिंदी सिनेमा के संस्थापक अभिनेताओं में एक थे। राज कपूर तीन भाई थे, दो अन्य नामों में शम्मी कपूर और शशि कपूर हैं, ये दोनों भी अब नहीं हैं । कपूर खानदान काफी बड़ा है, यथा- पृथ्वीराज कपूर, राज कपूर, शम्मी कपूर, शशि कपूर, रणधीर कपूर, ऋषि कपूर, राजीव कपुर, करण कपूर, कुणाल कपूर, संजना कपूर, करिश्मा कपूर, करीना कपूर, रणबीर कपूर इत्यादि । ऋषि कपूर के 5 भाई-बहनों में 2 बहन ऋतु नंदा और रीमा जैन स्वस्थ जीवन व्यतीत कर रहे हैं। भाई-बहनों की सूची में वे तीसरे नम्बर पर थे यानी सबसे बड़े रणधीर और उनके बाद बहन ऋतु, फिर तब ऋषि, फिर बहन रीमा और सबसे छोटे राजीव।

पिता राज कपूर अभिनीत फिल्म ‘मेरा नाम जोकर’ (1970-71) में वे पिता राज साहब के बचपन की भूमिका निभाए थे, बाल कलाकार के रूप में उनकी यह पहली फ़िल्म थी, जिनके लिए उन्हें राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार भी प्राप्त हुए थे । मूलरूप से ‘बॉबी’ उनकी पहली फ़िल्म थी, जिनके लिए उन्हें 1974 में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार प्राप्त हुई थी। वर्ष 2008 में फ़िल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार सहित अन्य पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। वे पद्म अवार्ड से भी सम्मानित रहे।

ध्यातव्य है, कपूर खानदान की मूल जन्मस्थान अखंड भारत के समुंदरी, पेशावर (अभी पाकिस्तान) है। हालाँकि ऋषि कपूर का जन्म मुम्बई में ही हुआ । इस पूरे खानदान में सिर्फ हिंदू ही नहीं, जैन, मुस्लिम और ईसाई धर्म के लोग भी शामिल हैं। ज्ञात हो, राज कपूर के भाई शशि कपूर की शादी हॉलीवुड अभिनेत्री जेनिफर केंडल के साथ हुई थी। उनकी भतीजी रीमा कपूर की शादी मोहन जैन से हुई है। इतना ही नहीं, राज कपूर की पोती यानी ऋषि कपूर की भतीजी करीना कपूर की शादी अभिनेता सैफ अली खान से हुई है। महानायक अमिताभ बच्चन की पुत्री श्वेता की शादी ऋषि कपूर के भाँजे से हुई है। तैमूर अली खान ऋषि कपूर के अग्रज रणधीर कपूर के नाती है। कपूर वंश की महिलाओं में फिल्मी दुनिया में आनेवाली पहली महिला करिश्मा कपूर हैं और अभी उनकी छोटी बहन करीना कपूर सक्रिय हैं।

कपूर खानदान के अभिनय-संबंधित वंशबेल हैं ! कपूर परिवार में हिंदू, जैन, मुस्लिम और क्रिश्चियन समुदाय के लोग भी शामिल हैं ! कपूर खानदान की 6 पीढ़ियाँ फिल्मी दुनिया में शामिल हैं । तीन सदस्यों को दादा साहब फाल्के सम्मान से नवाजे जा चुके हैं ! उन्होंने 200 से अधिक फिल्मों में अभिनय किए, जिनमें मेरा नाम जोकर, बॉबी, मंटो, कपूर एंड सन्स, 102 नॉट आउट, अग्निपथ (सेकंड), चश्मेबद्दूर, प्रेमग्रंथ, प्रेम योग, ओम शांति ओम, नमस्ते लंदन, टेल मी ओ खुदा, हॉउसफुल 2, बेशर्म, डीडे, औरंगजेब, स्टूडेंट ऑफ ईयर, जबतक है जान, सनम रे, पटियाला हाउस, राजू चाचा, इना मीना डीका, साधना, शुद्ध देशी रोमांस, हिना, चाँदनी, कुली, नगीना, तवायफ़, कर्ज़, आल इज़ वेल, पटियाला हाउस, दो दूनी चार, बेवकूफियाँ, हल्ला बोल, बोल राधा बोल, फ़ना, दामिनी, दीवाना, राजा, बारूद, गुरुदेव, हथियार, घराना, विजय etc शामिल हैं। चार सितंबर 1952 को जन्मे ऋषि कपूर अभिनेता के साथ-साथ फ़िल्म निर्माता-निर्देशक भी थे।

कोरोना कहर से संसार अभी लड़ ही रहे हैं, किन्तु कल इरफ़ान को और आज ऋषि कपूर को कोरोना ने नहीं, ‘कैंसर’ ने लील लिये ! हिंदी सिनेमा संसार के इस ऋषि अभिनेता को शत-शत नमन, सादर श्रद्धांजलि और अंतिम प्रणाम….

डॉ. सदानंद पॉल

एम.ए. (त्रय), नेट उत्तीर्ण (यूजीसी), जे.आर.एफ. (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार), विद्यावाचस्पति (विक्रमशिला हिंदी विद्यापीठ, भागलपुर), अमेरिकन मैथमेटिकल सोसाइटी के प्रशंसित पत्र प्राप्तकर्त्ता. गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स होल्डर, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स होल्डर, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, RHR-UK, तेलुगु बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, बिहार बुक ऑफ रिकॉर्ड्स इत्यादि में वर्ल्ड/नेशनल 300+ रिकॉर्ड्स दर्ज. राष्ट्रपति के प्रसंगश: 'नेशनल अवार्ड' प्राप्तकर्त्ता. पुस्तक- गणित डायरी, पूर्वांचल की लोकगाथा गोपीचंद, लव इन डार्विन सहित 12,000+ रचनाएँ और संपादक के नाम पत्र प्रकाशित. गणित पहेली- सदानंदकु सुडोकु, अटकू, KP10, अभाज्य संख्याओं के सटीक सूत्र इत्यादि के अन्वेषक, भारत के सबसे युवा समाचार पत्र संपादक. 500+ सरकारी स्तर की परीक्षाओं में अर्हताधारक, पद्म अवार्ड के लिए सर्वाधिक बार नामांकित. कई जनजागरूकता मुहिम में भागीदारी.